मॉडर्न लाइफ़स्टाइल और माडर्न खानपान आज हमारे डेली रूटीन का हिस्सा बन गया है| लाइफ की स्पीड इतनी बढ़ चुकी है हमारे पास अपनी हेल्थ पर ध्यान देने का टाइम ही नहीं है, जिस बात का फायदा उठा कर बाज़ार हम पर हावी हो रहा है, और मिसलीडिंग एडवर्टाइज़मेंट के ज़रिए हमें ऐसी चीज़ों का इस्तेमाल करने के लिए मजबूर किया जा रहा है जो अपने साथ बहुत सारी ख़तरनाक बीमारियां लेकर आती हैं, फिर चाहे वह केमिकल से बनी एनर्जी ड्रिंक हो या फिर आयुर्वेद के नाम पर बेचे जाने वाले लो क्वालिटी प्रोडक्ट्स|

लाइफ की स्पीड

इन बीमारियों का इलाज एलोपैथ के ज़रिए हो तो सकता है लेकिन इनका साइड इफेक्ट भी बहुत होता है| ऐसे में आयुर्वेद की इंपोर्टेंस बढ़ जाती है| आयुर्वेद में हेल्दी रहने के लिए जिन चीज़ों का सुझाव दिया गया है उनमें से एक है हनी| शहद खाने की चीज़ होने के साथ-साथ एक असरदार आयुर्वेदिक दवाई भी है, जिससे आप कई बीमारियों से निजात पा सकते हैं|

तो हम आपको प्योर हनी के बारे में बताएंगे, जो आपको कई सारी घातक बीमारियों से दूर रखने में मदद करेगी| क्योंकि Prevention is always better than cure…

शहद

क्रिस्टल हनी यानी जमने वाले शहद के बारे में लोगों को गुमराह कर रही है ब्रांडेड कंपनी!

आयुर्वेद से मिले इस वरदान का बाज़ार में बहुत ही गलत तरीक़े से एडवर्टाइज़मेंट हो रहा है| बहुत सारी कंपनियां ऐसी भी है जो सिर्फ़ अपने फायदे के लिए नकली शहद तो बेच ही रहे हैं और प्योर शहद के बारे में लोगों को गुमराह भी कर रही है| अमेरिका और यूरोप के कई देशों में क्रिस्टल हनी यानी जमने वाले शहद की बहुत डिमांड है| यहां तक कि इजिप्ट के पिरामिड से निकला बरसों पुराना शहद भी जमा हुआ और खाने लायक था, जिससे दो बातें साबित होती हैं कि इनका का इस्तेमाल हमारे पूर्वज आदि काल से ही करते आ रहे हैं, और प्योर शहद भी जम जाता है| लेकिन आजकल इनकी प्योरिटी को कैसे चेक किया जाए यह एक बहुत बड़ी चिंता का विषय है| मार्केट में बहुत सारी कंपनियों के शहद अवेलेबल है, और वह अपने शहद को ही असली शहद बताकर गुमराह करने वाला एडवर्टाइज़मेंट करती है, जबकि वह शहद कॉर्न सिरप या राइस सिरप या फिल्टर्ड चीनी के घोल गोल से ज़्यादा कुछ नहीं होता, जिसमें थोड़ी सी क्वांटिटी में शहद और प्रिज़र्वेटिव होता है|

शुद्ध शहद मौसम के हिसाब से अलग अलग टेस्ट और अलग अलग कलर का होता है|

आप जो ब्रांडेड  शहद मार्केट से ख़रीद कर खा रहे हैं वह दरअसल नकली शहद है क्योंकि आप जिस भी कंपनी का शहद इस्तेमाल करते हैं वह साल भर एक जैसा ही रहता है, ना तो उसका रंग बदलता है और ना ही वह जमता है| यहां तक की वह कंपनियां यह बताती ही नहीं कि जो शहद वह बेच रहे हैं वह कौन सा है| जबकि शुद्ध शहद मौसम के हिसाब से अलग अलग टेस्ट और अलग अलग कलर का होता है, जैसे जामुन, नीम, सरसों, सहजन, लीची आदि| जैसे जब लीची का मौसम होता है तो लीची के फूलों से मधुमक्खीयाँ नेक्टर इकट्ठा करती हैं और उनसे बनाती हैं वो लीची का शहद है जबकि मार्केट में मौजूद कंपनियां पूरे साल एक ही शहद बेचती हैं लेकिन उस शहद का तैयार होने का या तैयार करने का सोर्स क्या है नहीं बताती, जिससे साबित होता है कि आप भी नकली शहद ही इस्तेमाल करते हैं|

शहद का सेवन डायबिटीज/मधुमेह  रोगी कर  सकते हैं |

Can Diabetics Eat Honey?

क्या आप जानते हैं मार्केट में मिल रहे शहद को डायबिटीज़ के मरीज़ इस्तेमाल नहीं करते| उसकी वजह है कॉर्न सिरप या राइस सिरप वाला नकली शहद| अगर डायबिटीज़ के मरीज़ किसी दवाई का इस्तेमाल करने के लिए मार्केट में मौजूद शहर का इस्तेमाल करता है तो उसका शुगर लेवल बढ़ जाता है, जबकि जामुन के फूलो नेक्टर से बना शहद के इस्तेमाल से शुगर का लेवल नॉर्मल रहता हैं| आपको यहाँ यह बताना जरूरी है कि जामुन के पेड़ से मिलने वाला हनी डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए सबसे अच्छी दवाइयों में से एक है|

प्योर हनी/ शहद का कलर बदलता है |

शायद आप लोग यह भी नहीं जानते होंगे प्योर हनी का कलर टाइम टू टाइम बदल जाता है| क्या हुआ? शौक लगा? चौंक गए न आप लोग? जी हाँ, यह बिल्कुल सच है कि प्योर हनी का कलर बदलता है| जबकि बाज़ार में अवेलेबल शहद न तो कभी जमता है और न ही कभी रंग बदलता है| मतलब वह साल भर एक ही रंग का बना रहता है| जबकि प्योर हनी धीरे धीरे डार्क या लाइट कलर का हो जाता है, और शहद में मौजूद (म्यूटेशन प्रॉपर्टीज़ यानी) कणों का ख़ुद ही बदलने का गुण ही उसे हजारों सालों तक शुद्ध और खाने लायक बनाए रखते हैं|

जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि हनी का इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज में भी किया जाता है| मार्केट में बहुत सारे शहद के ब्रांड मौजूद हैं, जो अपने आप को सबसे अच्छा और सबसे प्योर होने का दावा करते हैं| लेकिन इनमें हमारे शरीर की स्वीकार्य सीमा (यानी एक्सेप्टेबल लिमिट) से भी कहीं ज्यादा हानिकारक एंटीबायोटिक्स हो सकते हैं, और साथ ही इसमें कॉर्न सिरप, राइस सिरप या फिर शक्कर भी मिला हो सकता है| ऐसे में चाहत की टेस्टिंग ज़रूरी हो जाती है|

अब तो आप समझ ही गए होंगे कि अभी तक आप जो शहद खा रहे हैं वह नकली है क्योंकि शहद स्पेसिफिक फ्लोरा का ही होता है और मौसम के हिसाब से ही अवेलेबल होता है|

स्पेसिफिक फ्लोरा वाला प्योर हनी कहां से मिलेगा?

अब जब बाजार में ज़्यादातर नकली शहद ही अवेलेबल है तो फिर आप सोच रहे होंगे कि आपको स्पेसिफिक फ्लोरा वाला प्योर हनी कहां से मिलेगा? तो आपकी परेशानी को समझते हुए हम आपके लिए दुनिया का सबसे प्योर, 100% नेचुरल और बायोलॉजिकल (यानि जैविक) शहद लेकर आए हैं, जिसे बोतलों में भरा है सुपरबी कंपनी ने| सुपरबी हनी को देश के कोने कोने में प्योर और नेचुरल एटमॉस्फेयर (यानि प्राकृतिक वातावरण) में हज़ारों किस्मों के दवाई बनाने में काम आने वाले फूलों सेमधुमक्खियों के ज़रिए नेक्टर इकट्ठा करके तैयार किया जाता है|

अब आप सोच रहे होंगे कि शहद की कौन सी किस्में? जी हां सुपरबी हनी कंपनी भारत में पहली बार लेकर आए हैं सरसों, लीची, जामुन, नीम, सफेदा, बेर, शीशम, अजवाइन आदि किस्म के शहद| जिनका अपनी किस्मके मुताबिक अपनी ही इंपॉर्टेंस है, और किस्मके हिसाब से ही शहद को नेचुरली तैयार भी किया जाता है| जो कभी खराब नहीं होते| हाँ सुपरबी हनी 100% नेचुरल और बायोलॉजिकल होने के कारण जम भी जाते हैं जिससे यह साबित होता है कि सुपरबी हनी 100% प्योर भी है| जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि सुपरबी हनी दुनिया का सबसे प्योर हनी है, यह इतना प्योर है कि एक न्यूबॉर्न बेबी को भी चटाया जा सकता है|

सुपरबी शहद/हनी में मिनरल्स और न्यूट्रिशियस एलेमेंट्स का भंडार है|

क्या आप जानते हैं कि सुपरबी हनी में मिनरल्स का भंडार है जिसमें कैलशियम, कॉपर, आयरन, मैगनीज़, मेन हैं| इसमें विटामिन B1, B2, B3, B5, B6, B12 और बायोटीन और फोलिक एसिड के अलावा लगभग 19 तरह के अमीनो एसिड भी ज़्यादा से ज़्यादा मात्रा में पाए जाते हैं|

सुपरबी हनी मिनरल्स और न्यूट्रिशियस एलेमेंट्स का भंडार है| इसमें हाई फेनोलिक और फ्लेवोनॉयड कॉन्टेंट के साथ अलग अलग तरह के फाइटोकेमिकल्स भी मौजूद, जो इसकी हाई एंटीऑक्सीडेंट एक्टिविटी को बढ़ाते हैं| इसमें एंटी ऑक्सीडेंट क्वालिटी है, जो फ्री रेडिकल्स की ग्रोथ को रोकने में कामयाब है| यह डाइजेशन के लिए भी अच्छा है और यह एक प्रीबायोटिक के रूप में भी काम करता है| जो कि शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाने, घावों को ठीक करने और टिश्यूज़ को बढ़ाने में मदद करते हैं| सुपरबी हनी बॉडी में न्यूट्रिशन की कमी को दूर करता है| सुपरबी हनी घावों को इंफेक्शन से बचाता है|

आयुर्वेद में शहद के औषधीय गुण

आयुर्वेद में भी ऐसा माना जाता है कि अलग अलग जगह पर लगने वाले छत्तों के शहद की क्वालिटी और उनके इस्तेमाल भी अलग-अलग होते हैं| जैसे नीम पर लगे छत्ते का शहद आंखों के लिए अच्छा होता है, वैसे ही जामुन का शहद डायबिटीज के लिए और सहजन पर लगा शहद हार्ट और ब्लड प्रेशर के लिए अच्छा होता है|

इसीलिए सुपरबी जामुन हनी और नीम हनी ब्लड प्रेशर के पेशेंट्स के लिए वरदान है| जो ब्लड प्रेशर के पेशेंट्स के शुगर लेवल को बराबर रखने में मदद करता है और साथ ही साथ लंग्स और किडनी की सुरक्षा भी करता है| सुपरबी नीम हनी ब्लड फ्यूरी फिकेशन से लेकर कील मुंहासे दूर करने, चेहरे की चमक बढ़ाने के लिए पूरी तरह कारगर है| इसीलिए सुपरबी हनी को समपूर्ण प्राकृतिक आहार और औषधि यानि टोटल नेचुरल डाइट और मेडिसिन कहते हैं|

………………………….. हम आपको अगले ब्लॉग में बताएँगे की कैसे पहचानें कि शहद शुद्ध है या मिलावटी  और पहचान का तरीका  |

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